लोकसभा चुनाव के रुझान और नतीजे आने के बाद डीडीयू मार्ग स्थित भाजपा मुख्यालय में शंखनाद शुरू हो गया। ‘भारत माता की जय’ और ‘मोदी है तो मुमकिन है’ जैसे नारों गूंज सुनने को मिली। रुझानों में बढ़त देख भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ता गया। कार्यकर्ता ढोल नगाड़ों की थाप पर झूमते-थिरकते दिखे। दोपहर 12 बजे के करीब जब जीत स्पष्ट होने लगी तो वैसे ही कार्यकर्ताओं ने मिठाई खिलाकर एक-दूसरे का मुंह मीठा किया। जश्न को लेकर सुबह से ही कार्यकर्ता अलग-अलग अंदाज में यहां पहुंचते नजर आए। कोई साइकिल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कटआउट, तो कोई मोदी की ड्रेस में व कुछ विजय शंख लेकर पहुंचे। जैसे-जैसे चुनावी नतीजे आ रहे थे, वैसे-वैसे कार्यकर्ताओं व समर्थकों में उत्साह बढ़ता जा रहा था। मुख्यालय के आस-पास का इलाका पूरा भगवा नजर आ रहा था। यहां से आने-जाने वाले राहगीर भी भाजपा मुख्यालय की एक झलक देखने को आतुर दिखे। शाम तक कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई और लोग गेट के अंदर जाने की कोशिश करते दिखे।
भाजपा अपनी जीत को लेकर मानो आश्वस्त थी, ऐसे में मुख्यालय से लेकर प्रदेश कार्यालय में पहले से ही प्रधानमंत्री मोदी के पोस्टर से पटा है। जगह-जगह लाउड स्पीकर और स्क्रीन लगाई गई है। पोस्टर में मोदी की राजनीति के सफर की झलकियां दिखाई गई हैं। जिसमें वह नए संसद भवन के निर्माण से लेकर राम मंदिर के उद्धाटन की तस्वीरों को दिखाया है। ऐसे में समर्थक और कार्यकर्ता उनके पोस्टर के साथ सेल्फी भी लेते दिखे।
मोदी की आरती उतारी, चढ़ाया दूध
बिहार के हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र से साइकिल चलाकर भाजपा मुख्यालय पहुंचे रतन रंजन ने अपनी साइकिल पर मोदी का कटआउट लगाया है। वह मोदी की पहले आरती करते हैं। इसके बाद उन्हें दूध चढ़ाते हैं। यह देश हर कोई उनके साथ सेल्फी लेने लगता है और मोदी की आरती उतारने लगाता है। उन्होंने बताया कि वह युवा अवस्था से भाजपा के समर्थक हैं। तीन माह पहले अपने घर से चले थे और आज चुनावी नतीजे आने पर यहां आए हैं। वहीं, इसी तरह शंखनाद करने के लिए मेरठ से संजय गोस्वामी भी पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि जब भी मोदी या योगी जीतते हैं तो वह जरूर मुख्यालय आते हैं।
कांग्रेस में जश्न का माहौल, राहुल गांधी जिंदाबाद के गूंजे नारे
अकबर रोड स्थित अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के मुख्यालय में हर्ष का माहौल दिखा। कांग्रेस कार्यकर्ता ढोल की ताल पर झूमते नजर आए। यहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने कहा कि यह प्यार-मोहब्बत की जीत है। इस खास मौके पर मुख्यालय के बाहर पटाखे फोड़े गए। यहां जश्न मनाते और मिठाई बांटते पार्टी के कार्यकर्ताओं से दिखाई दिए। रुझानों और नतीजों के बाद जश्न का माहौल और बढ़ता नजर आया। कार्यकर्ताओं ने नतीजों पर नजर बनाए रखी। जैसे ही कांग्रेस की एक सीट की बढ़त मिलती वैसे ही कार्यकर्ता तालियां बजाने लगते हैं। वहीं, जैसे ही एक सीट कम होती है तो मायूस हो जाते हैं। यहां सीट के उतार-चढ़ाव पर शोर गुल नजर आया। इसी के साथ राहुल गांधी जिंदाबाद के नारों से गूंजे।
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लोग यहां कांग्रेस के चिन्ह के कपड़े, झंडे लेकर पहुंचे थे। कई समर्थन अपने परिवार के साथ भी यहां पहुंचे। रुझान के बाद तस्वीर जैसे-जैसे साफ हो रही थी, वैसे ही कांग्रेस मुख्यालय के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं का जमवाड़ा बढ़ रहा था और लोग ढोल नगाड़ों के साथ जश्न मना रहे थे। आलम यह था कि कार्यकर्ताओं की अधिक संख्या को देख मुख्यालय के मुख्य गेट को बंद कर दिया गया। नाचते गाते कार्यकर्ता हाथों में कांग्रेस का झंडा लेकर फहरा रहे थे और प्रियंका गांधी, सोनिया गांधी जिंदाबाद के नारे लगाकर जश्न मना रहे थे। कांग्रेस मुख्यालय परिसर में तो सुबह से ही पूरी और भटूरे बन रहे थे और परिसर में मौजूद नेता कार्यकर्ता उसका स्वाद ले रहे थे।
सन्नाटे के साय में रहा आप मुख्यालय
लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर जहां भाजपा व कांग्रेस मुख्यालय में सुबह से भी कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा रहा। वहीं, यहां से कुछ ही दूरी पर स्थित आम आदमी पार्टी (आप) मुख्यालय सूना पड़ा रहा है। यहां न जश्न की कोई तैयारी दिखी, न ही किसी तरह साज-सज्जा। न फूल व गुब्बारें लगे दिखे। ऐसे में चुनाव के रुझान आने से पहले भी जश्न फीका नजर आया। हर तरफ सन्नाटा छाया रहा। पार्टी मुख्यालय में नेता तो दूर कार्यकर्ताओं की भी चहल कदमी नहीं दिखी। पार्टी ने उम्मीदवारों की घोषणा भी समय पर कर दी थी। जोर-शोर से प्रचार भी किया। लेकिन, उसके बावजूद दिल्ली में लोकसभा सीट पर कोई जीत दर्ज नहीं की गई।