प्रयागराज। जनपद स्थित राजकीय पाण्डुलिपि पुस्तकालय,संस्कृति विभाग उ.प्र.प्रयागराज द्वारा श्री शंकराचार्य आश्रम अलोपी बाग प्रयागराज में आयोजित भगवान श्रीकृष्ण पर आधारित दुर्लभ पाण्डुलिपियों की छायाचित्र प्रदर्शनी के समापन अवसर पर श्रीमज्ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी श्री वासुदेवानन्द सरस्वती जी महाराज ने आर्शीवचन प्रदान करते हुए कहा कि पाण्डुलिपियों का संग्रह एवं संरक्षण का कार्य अत्यन्त प्रशंसनीय है, यह भी कहा कि संस्कृत एवं संस्कृति के समन्वय से भारत पुनः राष्ट्रगुरू बन सकता है।
कार्यक्रम में पाण्डुलिपि अधिकारी गुलाम सरवर ने शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज को अंगवस्त्रम् एवं पुष्पमाला भेंट किया।
ओंकार नाथ त्रिपाठी अधिवक्ता ने कहा कि जन्माष्टमी के अवसर पर इस तरह की प्रदर्शनी का आयोजन प्रतिवर्ष होना चाहिए।
इस अवसर पर लोक कलाकार प्रतिमा मिश्रा व उमेश कनौजिया को सम्मानित भी किया गया।
समापन कार्यक्रम में राकेश कुमार वर्मा, हरिश्चन्द्र दुबे, अजय कुमार मौर्य, मो० सफीक सहित आश्रम के मनीष तिवारी व बटुक विद्यार्थी भी उपस्थित रहे।
Anveshi India Bureau