प्रयागराज। साहित्यिक संस्था ‘गुफ़्तगू’ के 22 वर्ष पूरे होने के अवसर पर रविवार को दो भागों में वर्षगांठ का आयोजन किया गया। पहले भाग में सुबह सर्किट हाउस में केरल के राज्यपाल महामहिम आरिफ़ मोहम्मद ख़ान ने इस अवसर पर प्रकाशित विशेष पुस्तक ‘गुफ़्तगू के 22 वर्ष’ का विमोचन किया। राज्यपाल ने कहा कि आज के दौर में लोग साहित्य से दूर होते जा रहे हैं। ऐसे माहौल में इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी के नेतृत्व में गुफ़्तगू ने 22 वर्ष पूरे कर लिया है। यह हमारे लिये गर्व और सुखद अनुभूति है। गुफ़्तगू न सिर्फ़ साहित्यिक संस्था है, बल्कि इसके साथ-साथ यह हिन्दी-उर्दू की साहित्यिक पत्रिका और पब्लिकेशन भी है। प्रयागराज में हिन्दी-उर्दू साहित्य का अलख जगाए रखने में ‘गुफ़्तगू’ का ख़ास योगदान है।
गुफ़्तगू के अध्यक्ष इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी ने कहा कि ‘गुफ़्तगू के 22 वर्ष’ नामक पुस्तक में पूरे 22 वर्ष के इतिहास को रेखांकित हुए सामग्री प्रकाशित की गई है। इस पुस्तक के अवलोकन से ही पता चलता है कि विपरीत हालत में भी पत्रिका और संस्था के कार्य में कभी कोई व्यवधान नहीं आया है। धीरे-धीरे लोग जुड़ते रहे हैं, आज टीम गुफ़्तगू मिलकर बड़े से बड़ा आयोजन करने में पूरी तरह सक्षम हो चुकी है।
कार्यक्रम के दूसरे भाग में शाम को सिविल लाइंस स्थित एक रेस्टोरेंट में केके काटकर वर्षगांठ गनाया। इस मौके पर मौजूद गुफ़्तगू टीम के सदस्यों और अतिथियों ने विचार व्यक्त किए।
इलाहाबाद धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष लुईस मस्करेहन्स, डॉ. आलोक मिश्र, चंदन शर्मा, हकीम रेशादुल इस्लाम, आसिफ़ उस्मानी, अशोक श्रीवास्तव ‘कुमुद’, अनिल मानव, सिद्धार्थ पांडेय, कमल किशोर कमल, मासूम रजा़ राशदी, प्रभाशंकर शर्मा, नरेश महरानी, उत्कर्ष मालवीय, शैलेंद्र जय, दयाशंकर प्रसाद, नीना मोहन श्रीवास्तव, शिबली सना, नाज़िया ग़ाज़ी, धीरेंद्र नागा, मंजुलता नागेश, नारायण जी गोपाल, धीरेंद्र सिंह नागा, अफ़सर जमाल, राज जौनपुरी और राम नारायण श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्सन: ‘गुफ़्तगू के 22 वर्ष’ का विमोचन करते केरल के राज्यपाल महामहिम आरिफ़ मोहम्मद ख़ान, साथ में टीम गुफ़्तगू के सदस्य।
Anveshi India Bureau