पुलिस पांचों युवकों से पूछताछ में जुटी है। उनके मोबाइल फोन की सीडीआर व लोकेशन भी निकलवाई जा रही है। फिलहाल अभी तक कोई ऐसा साक्ष्य सामने नहीं आया है जिससे घटना में उनकी संलिप्तता साबित की जा सके। जो तीन युवक मंगलवार को पकड़े गए, वह भी शहर में ही घूूमते पाए गए।
करेली के भावापुर में सुभद्रा पाल (54) की हत्या व घर में लूटपाट के मामले में पुलिस ने चंदा मांगने वाले तीन अन्य युवकों को उठा लिया है। तीनों को पूर्व में पकड़े गए उनके दो साथियों की निशानदेही पर पकड़ा गया। पूछताछ में उन्होंने भी यही कहा है कि इस घटना के बारे में वह कुछ नहीं जानते।
पुलिस पांचों युवकों से पूछताछ में जुटी है। उनके मोबाइल फोन की सीडीआर व लोकेशन भी निकलवाई जा रही है। फिलहाल अभी तक कोई ऐसा साक्ष्य सामने नहीं आया है जिससे घटना में उनकी संलिप्तता साबित की जा सके। जो तीन युवक मंगलवार को पकड़े गए, वह भी शहर में ही घूूमते पाए गए।
पुलिस इस सवाल में भी उलझी है कि अगर हत्या इन्हीं चंदा मांगने वाले युवकों ने की, तो फिर वह घटना के बाद शहर छोड़कर भागे क्यों नहीं। बता दें कि मृतका के पति व बेटे ने चंदा मांगने वाले युवकों को ही मुख्य संदिग्ध बताया था। सीसीटीवी फुटेज से दो युवकों की तस्वीर मिलने के बाद सोमवार को पुलिस ने दोनों को भावापुर मोहल्ले से ही पकड़ लिया था। दोनों फिर चंदा मांगने पहुंचे थे।
इसके बाद उनकी निशानदेही पर उनके तीन और साथियों को पकड़ा गया। डीसीपी दीपक भूकर ने बताया कि परिवारवालों ने जिन्हें मुख्य संदिग्ध बताया था, उन्हें पकड़ लिया गया है। गहनता से पूछताछ की जा रही है। कुछ अन्य बिंदु भी सामने आए हैं, जिनके संबंध में पड़ताल कराई जा रही है।
पति-बेटे कानपुर में, फिर हो सकती है पूछताछ