कंपनियों की मांग और कई क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसरों की संभावना को देखते हुए आईटीआई ने नए कोर्स की शुरुआत की है। इसमें इलेक्ट्रिक वाहन मैकेनिक सहित कई नए पाठ्यक्रम को शामिल किया जा रहा है। इसका प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्रों को रोजगार मिलने की संभावना अधिक रहेगी।
युवाओं को उद्योगों की मांग के अनुरूप कुशल बनाने के लिए प्रदेशभर में 150 टाटा आईटीआई का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। इन आईटीआई में एक और दो वर्षीय छह तरह के कोर्स संचालित होंगे। पहली बार प्रदेश में यह कोर्स चलेंगे। कंपनियों की मांग को देखते हुए इन कोर्स का निर्माण किया गया है। आसार है कि जुलाई से इन कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाए। यहां से पढ़कर निकलने वालों को रोजगार मिलने की संभावना ज्यादा होगी।
प्रदेश के हर जिले में आईटीआई है। वहां से प्रत्येक वर्ष हजारों युवा प्रशिक्षित होकर निकल रहे हैं, लेकिन रोजगार पाने वालों का प्रतिशत कम है। नए दौर के मांग के अनुरूप कोर्स न होने के कारण तमाम युवा रोजगार से वंचित हो रहे हैं। प्रदेश के युवाओं को उद्योगों की मांग के अनुरूप प्रशिक्षित करने के लिए प्रदेश सरकार और टाटा के बीच पिछले वर्ष समझौता हुआ। इसमें टाटा की ओर से प्रदेश के हर जिले में चार-चार करोड़ रुपये की लागत से दो-दो आईटीआई का निर्माण करवाया जा रहा है।