Friday, September 13, 2024
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कानून मंत्री ने कहा: अधिवक्ता सुरक्षा कानून जल्द लाएगी सरकार, बेफिक्र होकर करें वकालत

केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल बताया कि सरकार अधिवक्ता सुरक्षा कानून लागू करने के लिए अधिवक्ता अधिनियम में संशोधन की दिशा में भी विचार कर रही है। साथ ही वकीलों के जीवन बीमा योजना लागू करने को लेकर मंत्रालय ने बार कौंसिल ऑफ इंडिया से पूछा है कि वह उसमें कितना अंशदान करने को तैयार है।

वकीलों की सुरक्षा और जीवन बीमा को लेकर गंभीर मोदी सरकार संभावनाओं की तलाश में जुटी है। इसके लिए बार कौंसिल ऑफ इंडिया के साथ मंथन भी किया जा रहा है। वकील बेफिक्र होकर वकालत करें। उनकी चिंताओं को जिम्मेदारी सरकार की है। यह बातें केंद्रीय विधि एवं न्याय राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार अर्जुन राम मेघवाल ने हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से लाइब्रेरी हाॅल में आयोजित स्वागत समारोह में कहीं।

उन्होंने बताया कि सरकार अधिवक्ता सुरक्षा कानून लागू करने के लिए अधिवक्ता अधिनियम में संशोधन की दिशा में भी विचार कर रही है। साथ ही वकीलों के जीवन बीमा योजना लागू करने को लेकर मंत्रालय ने बार कौंसिल ऑफ इंडिया से पूछा है कि वह उसमें कितना अंशदान करने को तैयार है। मंत्री ने यह स्पष्ट किया कि बार कौंसिल अंशदान को तैयार नहीं होती तो भी सरकार इस योजना को बहुत जल्द अमलीजामा पहनाएगी।

इससे पहले बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल तिवारी, सचिव विक्रांत पांडेय ने अंगवस्त्रम और स्मृति चिह्न भेंट किया। कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने विधि मंत्री समेत न्यायमूर्ति महेश चंद्र त्रिपाठी और न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा को पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश खरे ने किया।

कार्यक्रम में उपाध्यक्ष अग्निहोत्री कुमार त्रिपाठी, सुभाष चंद्र यादव, नीरज त्रिपाठी संयुक्त सचिव प्रशासन सुमित कुमार श्रीवास्तव, संयुक्त सचिव लाइब्रेरी अभिजीत कुमार पांडेय, प्रेस सचिव पुनीत कुमार शुक्ला, अंचल ओझा, कोषाध्यक्ष रण विजय सिंह, अवधेश कुमार मिश्र, सच्चिदानंद यादव, रत्नेश पाठक, सर्वेश्वर लाल श्रीवास्तव, वेद प्रकाश ओझा, बलदेव शुक्ल और ब्रजेश कुमार सिंह सेंगर मौजूद रहे।

बार एसोसिएशन को मंत्री ने दिया न्यौता

स्वागत भाषण के दौरान अध्यक्ष अनिल तिवारी ने वकीलों की समस्याओं पर विचार करने के लिए विधि मंत्री से समय की मांग की। कहा, वकीलों की सरकार से मांगें बहुत हैं, लेकिन आज वह केवल स्वागत करेंगे। जवाब में विधि मंत्री ने भाषण शुरू करते ही सबसे पहले बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों और वकीलों के प्रतिनिधिमंडल को नौ अगस्त का न्योता दिया और कहा, दिल्ली आइए तो समय लेकर आए। समस्याओं पर बात भी करेंगे नए संसद भवन का दर्शन भी कराएंगे। इस दौरान एक महिला वकील ने आवासीय कॉलोनी की भी मांग उठाई।

जब मंत्री ने गुनगुनाया… प्रभु जी अवगुण चित न धरो

मंत्री के आमंत्रण पर एक वकील ने नए आपराधिक कानूनों पर अपनी बात रखने की कोशिश की, लेकिन उन्हें विरोधी खेमे का समझ कर कई वकीलों ने बोलने नहीं दिया। मंत्री ने अधिवक्ता का नाम पूछते हुए उन्हें बात रखने देने की बात कही। साथ ही सूरदास का दोहा… प्रभु जी अवगुण चित न धरो, गुनगुनाया तो समारोह में तालियां गड़गड़ाने लगीं।

 

 

Courtsy amarujala.com

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