अगस्त-2021 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कुश्ती और एक अन्य खेल को 10 वर्ष के लिए गोद लेने की घोषणा की थी। कुश्ती के अलावा एक खेल का चयन विभाग को करना था। सरकार की ओर से इन खेलों के लिए वित्तीय सहायता मुहैया कराने का एलान किया गया था।
मुख्यमंत्री के कुश्ती को गोद लेने की घोषणा के बाद व्यवस्थाएं चित हो गईं। मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में इस समय खिलाड़ी प्रशिक्षण लेने आ रहे हैं, लेकिन उनके लिए ऐसी सुविधाएं नहीं हैं जो उनको ओलंपिक का टिकट दिलाने के लिए तैयार कर सके। यहां तक कि विभाग के अफसरों को भी पता नहीं है कि कुश्ती को राज्य सरकार की ओर से गोद लिया गया है।
ऐसा है सुविधाओं का हाल
संगमनगरी में कुश्ती की सुविधाओं का हाल-बेहाल है। पहले यहां मैदान में मिट्टी पर कुश्ती का अभ्यास खिलाड़ी करते थे। लिखापढ़ी के बाद मैट मंगाई गई। फिलहाल, डमी, बुलगेरियन बैग, रस्सा, कोन लेडर, मार्कर का अब भी अभाव है।
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