अध्यात्मिक,धार्मिक एवं सांस्कृतिक चेतना के केंद्र तीर्थराज प्रयाग के गंगा,यमुना और अदृश्य मां सरस्वती के पवित्र संगम से नाव को व्यास पीठ बनाकर बुधवार को आचार्य अशोक हरिवंश भैया जी ने ‘जल के राम’ विषयक अनूठी कथा में मॉ गंगा की पवित्रता व अविरलता पर चोट करने वालों से सवाल किया। उन्होंने कहा कि मॉ गंगा जो अपने रास्ते बहती हैं उनकी पवित्रता नष्ट कर मैली करने की कोशिश क्यों की जा रही है।
आचार्य अशोक हरिवंश ने पवित्र संगम को साक्षी मानकर तैरती बोट से माँ गंगा की अविरलता और पवित्रता पर तीखा सवाल किया है। उन्होंने कहा कि मॉ गंगा ने यही सवाल प्रभु श्रीराम से पूछा है कि मैं अपने रास्ते बहती हुई समुद्र में मिल जाती हूँ, मैंने किसी का कुछ नही बिगाड़ा है तो लोग मेरे जल में कूड़ा, कचरा फेंककर मुझे अपवित्र क्यों बना रहे हैं। उन्होंने सवाल मर्माहत होकर प्रभु श्रीराम से पूछा है कि आप नर हो,नारायण हो,मर्यादा पुरुषोत्तम हो,जल हो,नभ हो आप तो कण – कण में विराजमान हो, फिर भी मुझे मैली करने वालों से आप सवाल क्यों नही करते हो,आपने मुझे जन कल्याण का आदेश दिया है, जब मेरी पवित्रता ही भंग हो जाएगी तो मैं लोगों के दैहिक,दैविक और भौतिक ताप कैसे दूर कर पाऊंगी।
नैनी के बाबा सोमेश्वर नाथ धाम परिसर में बीते 22 जुलाई से चल रही भगवान श्रीशंकर के श्रीराम की कथा में ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य जगदगुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती महराज ने कथा शुभारंभ के वक्त आशीर्वाद दिया है। उपदेवता की श्रेणी में आने वाली किन्नर अखाड़े की महामण्डलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरी (टीना मां) ने भी आयोजन से जुड़कर कथा प्रेमियों के लिए मंगल कामना की है। पूर्व आईपीएस लालजी शुक्ल,सोमेश्वर धाम के महन्त श्री राजेन्द्र पूरी का सानिध्य प्राप्त हुआ है। कथा के संयोजक अधिवक्ता अभिषेक तिवारी (टिंकू) ने बताया कि 26 जुलाई तक चलने वाले कथा आयोजन में विभिन्न क्षेत्रों के कई चर्चित चेहरे जुड़ चुके हैं।
सोमेश्वर नाथ मंदिर परिसर में चल रही पांच दिवसीय श्रीराम कथा के आयोजक प्रमोद कुमार तिवारी (पिंटू) ने कहा कि पवित्र श्रावण मास में कथा के साथ नित्य भंडारे का आयोजन किया गया है। बाबा की कृपा से कथा प्रेमियों के साथ भोले के भक्त भी प्रसाद ग्रहण कर तृप्त हो रहे हैं।आयोजन टीम के ,बबलू पांडेय,सुशांत दीक्षित ,कोतवाल यादव,सूरज यादव,कुलदीप मेहरा,अमित शुक्ला,पमपम गुरु आदि भक्तों की सेवा में जुटे हैं।
Anveshi India Bureau