राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नई दिल्ली की ओर से जनपद प्रयागराज में आज विद्यालयों में बच्चों की सुरक्षा और संरक्षा तथा साइबर सिक्योरिटी पर संवेदीकरण की राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन काली प्रसाद इण्टर कालेज सभागार में किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग से विशेषज्ञ/वक्ता श्रीमती रचना श्रीवास्तव, जिला विद्यालय निरीक्षक पीएन सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी तथा कॉलेज ऑफ टीचर एजुकेशन के प्राचार्य अशोक यादव ने किया।
कार्यशाला का संचालन राजेश कुमार पाण्डेय डायट प्रवक्ता ने किया । कार्यशाला में राजकीय इंटर कॉलेज के प्राचार्य, खण्ड शिक्षा अधिकारी, समस्त डायट फैकल्टी, इण्टर कालेज के शिक्षक, परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, शिक्षक संकुल, एआरपी तथा विद्यालय प्रबंध समिति के सदस्यों ने प्रतिभाग किया।
कार्यशाला का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण के पश्चात तथा सरस्वती वंदना व स्वागत गीत के साथ किया गया।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने सभी अतिथियों का बुके देकर स्वागत किया गया। एनसीपीसीआर की विशेषज्ञ/वक्ता श्रीमती रचना श्रीवास्तव ने विद्यालय में बच्चों की सुरक्षा एवं संरक्षा के लिए कॉम्प्रिहेंसिव मैनुअल पर चर्चा करते हुए बाल अधिकारों, राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग तथा राज्य बाल संरक्षण आयोग के गठन पर विस्तृत जानकारी दी। बाल अधिकारों के विधिक फ्रेमवर्क तथा मामलों के संज्ञान में आने पर की जाने वाली कार्यवाही, उत्तरदायित्व, निःशुल्क विधिक सहायता तथा सेवाओं के बारे में विस्तार से बताया तथा विद्यालयों में बच्चों की सुरक्षा और संरक्षा के मैनुअल के प्रावधानों को विद्यालयों में प्रभावी ढंग से लागू करवाने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षक व बेसिक शिक्षा अधिकारी की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि विद्यालय अवधि के दौरान शिक्षक बच्चों के अभिभावक के रूप में होता है और विद्यालय बच्चों के शारीरिक मानसिक विकास का केंद्र होता है। बच्चों की सुरक्षा व संरक्षा की पूरी जिम्मेदारी शिक्षकों की होती है और सही जानकारी न होने पर कई बार विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है इसलिए सभी शिक्षकों को विद्यालयों में बच्चों की सुरक्षा और संरक्षा के मैनुअल को ध्यान से पढ़ना चाहिए तथा कार्यशाला के दौरान बताई गई महत्वपूर्ण बातों पर अपने सहयोगी शिक्षकों तथा अभिभावकों के साथ खुली परिचर्चा विद्यालय प्रबंध समिति की आगामी बैठक के दौरान जरूर करें।
जिला विद्यालय निरीक्षक पीएन सिंह ने माध्यमिक व प्राथमिक विद्यालयों के वातावरण तथा शिक्षण शैली पर चर्चा करते हुए बताया कि माध्यमिक विद्यालय का शिक्षक चाक एंड टॉक मैथड एवं प्राथमिक शिक्षक लर्निंग बाय डूइंग मैथड के अनुसार पढ़ाता है लेकिन सुरक्षा और संरक्षा पर उतनी सतर्कता नहीं रख पाता जितना रखा जाना चाहिए इसलिए कार्यशाला में सुरक्षा संरक्षा मैनुअल पर चर्चा के बिंदुओं को लागू किया जाना चाहिए।
डायट प्रवक्ता डॉ प्रसून कुमार सिंह ने प्रतिभागियों को साइबर सिक्योरिटी विषय पर टिप्स दिए।
कार्यशाला के आयोजन में केपी इण्टर कॉलेज के प्राचार्य डॉ योगेंद्र सिंह तथा खेल प्रवक्ता उमेश खरे, एमडीएम राजीव त्रिपाठी, जिला समन्वयक विकास पांडेय का योगदान रहा।
Anveshi India Bureau