दरियाबाद के अहमद नगर में फरहत विला में मानव गौ सेवा संस्थान के सौजन्य से वर्तमान समय में हिन्दी भाषा का मूल्यांकन पर आयोजक शफक़त अब्बास पाशा के संयोजन में संगोष्ठी आयोजित कि गई। डॉ नाज़ फात्मा की अध्यक्षता व नजीब इलाहाबादी के संचालन में वक्ताओं व कवियों तथा कवियत्री ने हिन्दी के योगदान पर जहां अपना व्याख्यान दिया तो वहीं मंजू यादव ने कविता पाठ तो आलोक द्वबे ,मधूकर मिश्रा , रवीन्द्र यादव ,शिवेंद्र सारस्वत , हर्षित मालवीय ने अपनी अपनी रचनाएं सुनाई और हिन्दी के महत्व पर प्रकाश डाला।मंजू यादव ने कविता पाठ करते हुए कहा बिन हिन्दी हिन्दुस्तान अधूरा।बिन हिन्दी अपनी पहचान अधूरी।बिन हिन्दी हमारी शान अधूरी।भारत के मस्तक की शोभा हिन्दी।पता नहीं क्यूं लोगों को हिन्दी से होती है शर्मींदगी।मैं तो गर्व से कहती हूं मेरी मातृ भाषा हिन्दी।आलोक द्वबे ने हिन्दी का कैसे उद्धभव हुआ इसका व्याख्यान दिया कहा विश्व के १३२ देश ऐसे हैं जहां भारतीय मूल के लोग भारतीय भाषा हिन्दी का प्रचार प्रसार कर रहे हैं वहीं विश्व की तीसरी भाषा हिन्दी ही है जिसे लोग आम तौर पर बोल चाल में रखते हैं। संगोष्ठी में कवियों कवियत्री व समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को मुख्य अतिथि डॉ नाज़ फात्मा व मानव गौ सेवा संस्थान प्रयागराज के अध्यक्ष शफक़त अब्बास पाशा द्वारा शॉल ओढ़ाकर व मोमेन्टो भेंट कर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में ज्ञानी निशान सिंह ,रवीन्द्र यादव रवि एडवोकेट , आचार्य मधूकर मिश्रा ,मंजू यादव ,सावित्री सिंह ,यश मालवीय ,आलोक द्वबे ,शिवेंद्र सारस्वत ,हर्षित मालवीय ,सैय्यद मोहम्मद अस्करी ,नजीब इलाहाबादी , रितेश कपूर आदि रहे।आयोजक शफक़त अब्बास पाशा ने मुख्य अतिथि डॉ नाज़ फात्मा का शॉल ओढ़ाकर व मोमेन्टो देकर स्वागत किया वहीं कार्यक्रम में भाग लेने वालों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।शफक़त अब्बास पाशा ने आगामी लोकसभा चुनाव में शत प्रतिशत मतदान करने और सर्व धर्म समभाव पर अधिक से अधिक ज़ोर देने और सब का साथ सब का विश्वास अर्जित कर भारत का मान और भारत के मस्तिष्क को उंचा रखने की बात कही।शफक़त अब्बास पाशा ,अज़मत अब्बास आदि ने कार्यक्रम का सफल आयोजन किया।
Anveshi India Bureau