प्रयागराज। नौतपा के कारण जहां आसमान से आग बरस रही है। जहां नौतपा की शुरुआत 25 मई से हो चुकी है। सूर्य से निकलने वाली तेज किरणें धरती को तपा रही हैं जिसके कारण दिन प्रति-दिन गर्मी का तेज बढ़ रहा है।
अगर देखा जाए तो नौतपा 9 दिन तक रहता है। नौतपा के दौरान सूर्य व धरती के बीच की दूरी कम हो जाती है जिस वजह से सूर्य की किरणें सीधे धरती पर पड़ती है। रोहिणी नक्षत्र को चंद्रमा का नक्षत्र कहा जाता है। जब सूर्य चंद्रमा के नक्षत्र में प्रवेश करते हैं तो चंद्रमा का प्रभाव कम हो जाता है। इस दौरान सूर्य तथा धरती करीब आ जाते हैं जिसके कारण तामपान बढ़ जाता है। नौ दिन तक चलने वाला नौतपा 02 जून, 2024 रविवार को समाप्त होगा। इस दौरान आसमान से आग की तरह गर्मी बढ़ने।
25 मई को सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में आने के बाद से नौतपा की शुरुआत हुई थी। जबकि सूर्य 08 जून तक रोहिणी नक्षत्र में रहेंगा। लेकिन नौतपा नौ दिन के बाद समाप्त हो जाएगा। इसके बाद सूर्य मॄगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेंगा।
भारतीय ज्योतिष के अनुसार नौतपा एक महत्वपूर्ण अवधि होती है। यह वह अवधि होती है जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है और नौ दिनों तक रहता है इस अवधि को नौतपा कहते हैं। नौतपा आमतौर पर मई के अंत और जून की शुरुआत में पड़ता है और इसे गर्मी के सबसे तपते दिनों में से एक माना जाता है। नौतपा नौ दिनों की वह अवधि है जब गर्मी अपने चरम पर होती हैं ।
मानसून की राह देखने वाले किसान मानते हैं कि नौतपा खूब तपा तो उस साल बारिश अच्छी होगी। इसके पीछे किसान पुरानी मान्यताओं को मानते हैं।
Anveshi India Bureau