ट्रेनों के आरक्षित कोच में बढ़ रही भीड़ को देखते हुए रेलवे ने नई व्यवस्था लागू की है। अब सीट कन्फर्म न होने पर प्रतीक्षा सूची में शामिल यात्रियों को बोगी से निकालकर जनरल बोगी में भेज दिया गया। इसकी शुरुआत भी रेलवे महमकमे ने शुरू कर दी है। वेटिंग टिकट वालों की भीड़ के चलते रिजर्व सीट वालों को भी यात्रा में दिक्कत हो रही है। लगातार मिल रही इस तरह शिकायतों को देखते हुए रेलवे ने सख्त फैसला लिया है।
ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची बढ़ने की वजह से आरक्षित कोचों में भी यात्रियों की भीड़ बढ़ती जा रही है। इस वजह से जिन यात्रियों का कंफर्म रिजर्वेशन है उनमें से कइयो को अपनी बर्थ प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों के साझा करनी पड़ रही है। इस वजह से सफर के दौरान उन्हें खासी असुविधा हो रही है। कंफर्म टिकट वाले यात्रियों की इस समस्या को देखते हुए उत्तर मध्य रेलवे का प्रयागराज मंडल अब विशेष जांच अभियान शुरू किया है। रविवार को चले इस अभियान में पहले दिन सूबेदारगंज स्टेशन पर मेरठ जाने वाली संगम एक्सप्रेस के स्लीपर कोच से प्रतीक्षा सूची वाले 15 यात्रियों को उतारकर उन्हें जनरल कोच में भेजा गया।
इस बीच प्रयागराज जंक्शन पर सीनियर डीसीएम हिमांशु शुक्ला के नेतृत्व में यात्रियों की बैठक हुई। स्टेशन निदेशक कक्ष में आयोजित बैठक में तमाम विभागों के अफसरों एवं कर्मचारियों ने शिरकत की। इस दौरान गर्मी के इस सीजन में ट्रेनों की लंबी प्रतीक्षा सूची को देखते हुए भीड़ प्रबंधन दुरुस्त करने को कहा गया।
एसी कोच में यात्रियों को साफ सुथरी चादर, तकिया और कंबल दिए जाने पर जोर दिया गया। इसके अलावा खानपान की सुविधाएं बढ़ाने एवं छोटे स्टेशनों पर उचित प्रकाश की व्यवस्था करने को कहा गया। यह भी कहा गया कि आरक्षित कोचों में अन्य श्रेणी व प्रतीक्षा सूची वाले यात्री न यात्रा करें। यह भी कहा गया कि प्रमुख स्टेशनों पर रेलवे का चेकिंग स्टाफ आरपीएफ के सहयोग से प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों को अनारक्षित कोच में जाने को कहे। बैठक में एसीएम दिनेश कुमार, संजय गौतम, स्टेशन निदेशक वीके द्विवेदी आदि मौजूद रहे।
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