महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को शहर के अंदर धर्म और अध्यात्म की अनुभूति कराने के लिएपेंट माई सिटी योजना को मंजूरी मिल चुकी है। पीडीए ने शहर की दीवारों और चौराहों को भव्य और नव्य स्वरूप देने के लिए अलग से बजट तय किया है।
संगमनगरी की दीवारों को कुंभ की थीम पर चित्रित करने पर इस बार 60 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके लिए 10 लाख वर्ग फुट में कला उकेरी जाएगी। इससे पहले कुंभ 2019 में 15 लाख वर्ग फुट एरिया पेंट माई सिटी के तहत चित्रित की गई थी, तब 30 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे।
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को शहर के अंदर धर्म और अध्यात्म की अनुभूति कराने के लिएपेंट माई सिटी योजना को मंजूरी मिल चुकी है। पीडीए ने शहर की दीवारों और चौराहों को भव्य और नव्य स्वरूप देने के लिए अलग से बजट तय किया है। पीडीए के उपाध्यक्ष अरविंद कुमार चौहान के मुताबिक शहर के सौंदर्यीकरण के लिए 60 करोड़ का बजट रखा गया है। इस योजना में शहर की प्रमुख दीवारों में स्ट्रीट आर्ट, चौराहों की दीवारों को चित्रित करने के साथ ही ट्रैफिक साइनजेस, स्कल्पचर, लैंड स्केपिंग, ग्रीन बेल्ट और हॉर्टिकल्चर का काम शामिल है।
इस बार कुंभ के रंग में रंगी जाने वाली दीवारें भी यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को लुभाएंगी। पीडीए के चीफ इंजीनियर आशुतोष श्रीवास्तव बताते हैं कि 10 लाख वर्ग फुट क्षेत्रफल में भवनों, दीवारों को चित्रित किया जाएगा । इसके अलावा शहर के सभी चौराहों पर सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संदेश देने वाले चित्र भी लगाए जाएंगे। इलाहाबाद विश्वविद्यालय और बनारस हिंदू विश्व विद्यालय के फाइन आर्ट्स के स्टूडेंट्स इसमें सहयोग करेंगे। शहर की सड़कों के किनारे बनी इमारतों की दीवारों पर बनने वाली यह पेंटिंग्स कुंभ की संस्कृति की अनुभूति कराएंगी ।
Courtsy amarujala.com