अमर उजाला की पूर्व में छपी खबर का स्वत: संज्ञान लेकर जनहित याचिका पर सुनवाई चल रही है। कोर्ट ने 18 जुलाई के आदेश में एसआरएन अस्पताल के वार्ड में आवारा कुत्तों व चूहों के आतंक के मामले में दो अधिवक्ताओं को निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 21 अगस्त को अमर उजाला में ‘ड्यूटी रूम बने स्टोर…कहां बैठे रेजिडेंट डॉक्टर, बाथरूम में तो दरवाजा ही नहीं’ शीर्षक से छपी खबर का संज्ञान लिया है। कोर्ट ने प्रमुख सचिव (चिकित्सा शिक्षा) व चिकित्सा अधीक्षक से जवाब मांगा है।
कोर्ट ने कहा हलफनामा दाखिल कर डॉक्टरों और वार्ड नर्सों के ड्यूटी रूम की संख्या बताएं। ड्यूटी रूम की तस्वीरें रिकॉर्ड में लाएंगे ताकि पता चल सके कि ड्यूटी रूम में सुसज्जित हैं या नहीं। ड्यूटी डॉक्टरों, नर्सों और मरीजों और उनके परिचारकों के लिए उपलब्ध शौचालय व वॉशरूम की सुविधाओं के बारे में भी जानकारी मांगी है। यह आदेश न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता व न्यायमूर्ति मनीष कुमार निगम की खंडपीठ ने स्वत: संज्ञान की जनहित याचिका पर दिया है।
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