करीब डेढ़ घंटे तक हुई तेज बारिश में नाला और सीवर लाइन की सफाई के नगर निगम प्रशासन के सारे दावे फेल हो गए। बुधवार को बारिश से शहर के ज्यादातर हिस्से जलमग्न हो गए। सड़कों पर कमर तक पानी भर गया। घरों के साथ थाना, कॉलेज, अस्पताल परिसर में भी जलभराव हो गया। इसकी वजह से आवागमन के साथ ज्यादातर गतिविधियां ठप हो गईं। हर बार की तरह मेडिकल कॉलेज चौराहा स्थित सीवर लाइन का ढक्कन फव्वारे में तब्दील हो गया। जार्जटाउन की सभी सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं। लिडिल रोड पर तीन कारें चलते-चलते बंद हो गई। कार सवार गाड़ी खड़ी करके किसी तरह से निकल पाए।
सीएमपी डिग्री कॉलेज और जार्जटाउन थाने में पानी भर गया। लोग जहां थे, वहीं फंसे रहे। चौक और घंटाघर की सड़क पर भी पानी भर गया। दुकानों में पानी घुसने से सामान तैरने लगे। दुकानदार गुलाब का कहना था कि नाला जाम हाेने से पानी नहीं निकल रहा।
अल्लापुर के डंडियां, तुलसी पार्क, पटेल चौराहा समेत कई जगहों पर सड़कों पर जलभराव हो गया। पटेल चौराहा स्थित घराें से चार बजे के बाद कुछ पानी कम हुआ लेकिन सड़कों पर पानी भरा रहा। बजरंग चौराहा, पानी की टंकी, बैंक रोड, सर्वोदय नगर आदि क्षेत्रों में यही दिक्कत रही।

निर्माण कार्यों के लिए शहर के कई प्रमुख मार्ग खोद दिए गए हैं। नालियां ध्वस्त हो चुकी हैं। सीवर एवं नालों की ठीक से सफाई नहीं कराई गई। इसे लेकर बार-बार चेताया गया। महापौर ने भी कार्यदायी संस्थाओं को पत्र लिखा लेकिन कुछ नहीं हुआ। मंडलायुक्त से लेकर नगर आयुक्त निर्देश देते रहे और शहर तालाब बन गया। सीवर लाइन और नालों की सफाई जुलाई के पहले सप्ताह तक नहीं हो पाई थी। इसे लेकर अमर उजाला में प्रमुखता से खबर छापी गई। इसके बाद महापौर गणेश केसरवानी, नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग समेत अन्य अफसरों ने खुद खड़े होकर सफाई कराई लेकिन आननफानन सफाई का नतीजा अब सामने है।



जलभराव की वजह शहरियों को जाम से भी जूझना पड़ा। रामबाग फ्लाईओवर के दोनों तरफ पानी भर गया था। इससे आवागमन लगभग ठप हो गया। निरंजन डाट पुल के नीचे से पानी तो निकल रहा था लेकिन जलभराव था। इससे वहां से भी आवागमन प्रभावित रहा। नगर निगम में कार्यरत मनोज श्रीवास्तव को कीडगंज से सिविल लाइंस आने में डेढ़ घंटे से अधिक समय लगा। उनका कहना था कि हर तरफ जाम था। काफी घूमकर आना पड़ा।
काफी तेज बारिश हुई और नालों से उस रफ्तार से पानी नहीं निकल पा रहा था। जार्जटाउन में लिडिल रोड तथा आसपास का इलाका नीचे है। इसकी वजह से वहां पानी भर जाता है। लगातार पंप चलाया गया। शहर में कई जगहों पर निर्माण कार्य चल रहे हैं। इसकी वजह से भी समस्या रही, लेकिन बारिश थमने के दो-तीन घंटे बाद स्थिति सामान्य हो गई। – सतीश कुमार, मुख्य अभियंता, नगर निगम

बारिश ने गर्मी से दी राहत लेकिन जलभराव से बढ़ी मुसीबत
मंगलवार शाम को हुई तेज बारिश ने शहरियों को गर्मी से कुछ राहत जरूर दी लेकिन जलभराव से लोगों की मुसीबतें बढ़ गईं। शहर के बड़े इलाके में जलभराव हो गया। इससे आवागमन प्रभावित हो गया। सड़क निर्माण वाले क्षेत्रों में तो दुर्घटना की आशंका बनी रही। दिन भर की तीखी धूप और उमस भरी गर्मी के बाद शाम को काफी तेज बारिश हुई। निचले इलाके तथा जहां जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं है वहां के लोगों के लिए यह बारिश मुसीबतों भरी रही। जानसेन डॉट पुल के नीचे तो पानी भर ही गया था, बिजली घर चौराहे के पास भी घुटनों तक भर गया। इससे वहां आवागमन काफी देर तक प्रभावित रहा।

खुल्दाबाद थाना, लोक सेवा आयोग के सामने भी सड़क पर घुटनों तक पानी भरा रहा और आवागमन प्रभावित हुआ। नक्खास कोहना, खुसरोबाग, करेली आदि क्षेत्रों में भी सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया। नाले की सफाई न होने की वजह से अल्लापुर में भी बड़े इलाके में जलभराव की स्थिति रही।


मलाकराज, अलोपीबाग रोजा मजार समेत कई इलाकों में नालों तथा सीवरलाइन ने विकराल रूप ले लिया। पानी का बहाव न होने के कारण सीवर लाइन तथा नाले ओवरफ्लो हो गए। इसकी वजह से सड़क तथा गलियों में सीवर तथा नाले का गंदा पानी भर गया। मलाकराज में यह समस्या लंबे समय से है। मंगलवार को लोगों ने आकाश सोनकर की अगुवाई में फिर नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर स्थायी समाधान की मांग की। उन्होंने आंदोलन की भी चेतावनी दी।