Saturday, December 14, 2024
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Prayagraj : कुंभ में करोड़ों रुपये की हेराफेरी पर जांच समिति गठित, मंत्री ने तलब की रिपोर्ट

Scam : लोक निर्माण राज्य मंत्री बृजेश सिंह ने इस मामले की रिपोर्ट तलब की है। साथ ही प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी को इस मामले में कड़ा कदम उठाने और इस भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए पत्र भी लिखा है।

कुंभ-2019 के दौरान पीडब्ल्यूडी के स्टोर में करोड़ों रुपये के सामानों की हेराफेरी और बिना काम कराए कई सड़कों पर भुगतान के मामले की जांच शुरू हो गई है। इस मामले में हाल में ही सेवानिवृत्त हुए एक अवर अभियंता की ग्रेच्युटी और पेंशन पर रोक लगा दी गई है। साथ ही कई अधिकारियों के इसकी जद में आने की आशंका है। कहा जा रहा है कि गहराई से जांच कराई गई तो तत्कालीन मुख्य अभियंता समेत कई अफसरों का गला नपने से इन्कार नहीं किया जा सकता।

लोक निर्माण राज्य मंत्री बृजेश सिंह ने इस मामले की रिपोर्ट तलब की है। साथ ही प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी को इस मामले में कड़ा कदम उठाने और इस भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए पत्र भी लिखा है। शिकायत के मुताबिक कुंभ 2019 के दौरान पीडब्ल्यूडी के मेला डिवीजन निर्माण खंड-चार के स्टोर में साल स्लीपर, चकर्ड प्लेट, पांटून के अलावा अन्य मदों में बड़े पैमाने पर हेराफेरी हुई थी।

इस मामले की शिकायत मड़िहान के भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री रमाशंकर सिंह पटेल ने शासन से की थी। पूर्व मंत्री की शिकायत पर लोक निर्माण राज्यमंत्री ने प्रमुख सचिव को इस मामले में कार्रवाई का निर्देश दिया था। इससे पहले स्टोर प्रभारी पद से हटाए गए अवर अभियंता ने महीनों चार्ज नहीं सौंपा और फिर उनका चार्ज छीन कर दूसरे अभियंता को दिया गया। इस दौरान स्टोर के रिकॉर्ड दुरुस्त नहीं पाए गए।

इसके बाद इस मामले की जांच के लिए पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता और मेला डिवीजन के एक्सईएन की दो सदस्यीय कमेटी गठित की गई। यह कमेटी इस मामले की जांच कर रही है। मंत्री की ओर से कहा गया है कि कुंभ मेला डिवीजन की कई सड़कों पर बिना काम कराए ही भुगतान करा दिया गया है। जिन सड़कों का काम स्टोर प्रभारी रहे अवर अभियंता ने कराया, उनकी गुणवत्ता बेहद खराब है।

इस मामले में एक्सईएन दिनेश कुमार सिंह ने अभियंता की ग्रेच्युटी, पेंशन समेत अन्य देयकों के भुगतान पर रोक लगा दी है। कहा जा रहा है कि इस भ्रष्टाचार की जड़ें सिर्फ अवर अभियंता तक सिमटी नहीं हैं। इसकी जांच सही तरीके से कराई गई तो कुंभ मेला डिवीजन के तत्कालीन मुख्य अभियंता, एक्सईएन और एई का भी गला नप सकता है। फिलहाल इस मामले को लेकर कुंभ मेला डिवीजन में पुराने रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं और मामले की लीपापोती के भी प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
Courtsyamarujala.com
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