महाकुंभ की निगरानी के लिए लगाए जाने वाले कैमरों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग किया जाएगा। किसी रूट पर ज्यादा भीड़ होने पर कैमरा स्वयं इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को सूचना भेज देगा। यही नहीं कैमरा विकल्प वाला रास्ता भी बताएगा।
महाकुंभ 2025 के लिए इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कैमरों की मदद से भीड़ पर नियंत्रण किया जाएगा। भीड़ के साथ-साथ एक स्थान पर भीड़ के घनत्व, घटना की रिपोर्टिंग और स्वच्छता व सुरक्षा की निगरानी भी की जा सकेगी। इसके लिए मेला प्राधिकरण पूरे मेला क्षेत्र में 2300 सीसीटीवी कैमरों को स्थापित करने जा रहा है। इसमें 1100 कैमरे पहले से ही मेला क्षेत्र में स्थापित किए जा चुके हैं। शेष कैमरों के लिए निविदा गतिमान है। उल्लेखनीय है कि महाकुंभ से पहले माघ मेला में भी मेला प्राधिकरण ने कैमरों के माध्यम से भीड़ की निगरानी, स्वच्छता और प्रदूषण की रोकथाम के लिए भी कदम उठाए जाएंगे।
निगरानी और प्रबंधन दोनों होगा आसान
महाकुंभ की निगरानी के लिए लगाए जाने वाले कैमरों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग किया जाएगा। किसी रूट पर ज्यादा भीड़ होने पर कैमरा स्वयं इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को सूचना भेज देगा। यही नहीं कैमरा विकल्प वाला रास्ता भी बताएगा। ऐसे निगरानी और प्रबंधन दोनों आसान हो जाएगा। इसके अतिरिक्त ये कैमरे ये भी बताएंगे कि किसी एक प्रमुख स्थान पर एक ही समय में कहीं अत्यधिक भीड़ तो इकट्ठी नहीं हो गई है।
ऐसा होने पर तुरंत सुरक्षा बलों की तैनाती की जा सकेगी, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो सके। यही नहीं, किसी तरह घटना होने पर भी ये कैमरे तत्काल सूचना देंगे, जिससे तुरंत एक्टिव हुआ जा सकेगा। इसके साथ ही ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, प्रदूषण नियंत्रण, अपशिष्ट जल का उपयोग, ऊर्जा कार्बन उत्सर्जन में कमी, गतिशीलता के लिए भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित तकनीक से तत्काल समाधान किया जा सकेगा।
Courtsy amarujala.com