विद्युत लॉबी प्रयागराज के क्लास-रूम में लोको पायलटों की संरक्षा-काउंसलिंग की गयी. इस काउंसलिंग क्लास में विद्युत परिचालन विभाग के कुल 22 रनिंग कर्मचारियों ने भाग लिया। इस संरक्षा काउंसलिंग के दौरान लोको पायलटों को रेलवे बोर्ड की संरक्षा ड्राइव से सम्बंधित विभिन्न विषयो पर काउंसल किया गया। आग एक रासायनिक प्रतिक्रिया है जो ऑक्सीजन, हीट और ईन्धन के मिलने एवं उसमे होने वाली लागातार प्रतिक्रिया से उत्त्पन्न हो जाती है। आग बुझाने के लिये किसी एक सप्लाई को कट कर देते हैं, जिससे आग बुझ जाती है। ऑक्सीजन को रोककर आग बुझाने को स्मूथरिंग मेथड, ईन्धन को हटाकर या कम करके आग बुझाने को स्टारवेशन मेथड और आग पर पानी डालकर बुझाने को कूलिंग मेथड कहते हैं। आग लगने का कारण एवं आग के प्रकार जैसे ठोस, गैस,तरल, धात्विक पदार्थो एवं बिजली से लगने वाली आग को बुझाने के लिये अलग-अलग अग्निशामक यन्त्रो का प्रयोग करना। अग्निशामक यन्त्र कितने तरह के होते हैं और उसका प्रयोग कैसे करते हैं।
इंजन/गाड़ी में आग लगने पर लोको पायलट की ड्यूटी क्या है, एवं वगल वाली लाइन का बचाव कैसे करते हैं। रेलवे में हमारा उद्देश्य संरक्षा, सुरक्षा और समय-पालन तथा जीरो लोस है।
संरक्षा ड्राइव के अंतर्गत काउंसलिंग के दौरान संरक्षा सलाहकार चन्द्रिका प्रसाद ने क्लास में अलग अलग विषयों प्रश्नोत्तरी के माध्यम विस्तार पूर्वक समझाया। इस काउंसलिंग क्लास में प्रयागराज के मुख्य लोको निरीक्षक, जेएन तिवार;, क्रू नियंत्रक, आर के सिंह एवं एसके मिश्रा भी उपस्थित थे।
Anveshi India Bureau