गर्मी ने इस वर्ष के सभी रिकार्ड को ध्वस्त कर दिए। सुबह आठ बजे ही तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। इस वजह से चाहे घर हो या बाहर लोग पसीने से तरबतर दिखे। दिन के 10 बजे तक तापमान 445 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने पर दो पहिया वाहनों से दफ्तर के लिए निकलने वाले बेहाल हो गए।
प्रयागराज में गर्मी का कहर जारी है। मंगलवार को पारा 48.4 डिग्री पर पहुंचा तो तीन दशक का रिकॉर्ड टूट गया था। बुधवार ने सूर्य ने ऐसा रौद्र रूप दिखाया कि पारा 48.8 पर पहुंच गया जो कि जिले में गर्मी का एक रिकॉर्ड है। मनुष्य तो क्या पशु पक्षी भी गर्मी से बेहाल दिखे। सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा। बहुत जरूरत पड़ने पर ही लोग घरों से निकले। हीट स्ट्रोक से पांच लोगों की मौत हो गई, जिसमें एक दरोगा भी शामिल हैं। हालांकि मौत की पुष्टि पोस्टमार्टम से ही होगी, लेकिन जिस स्थिति में उनकी जान गई वह गर्मी और लू का ही संकेत माना जाता है।
गर्मी ने इस वर्ष के सभी रिकार्ड को ध्वस्त कर दिए। सुबह आठ बजे ही तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। इस वजह से चाहे घर हो या बाहर लोग पसीने से तरबतर दिखे। दिन के 10 बजे तक तापमान 445 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने पर दो पहिया वाहनों से दफ्तर के लिए निकलने वाले बेहाल हो गए। सड़क तपने के साथ ही गर्म हवाओं ने लोगों की अग्निपरीक्षा लेनी शुरू कर दी। दोपहर एक बजे तक तापमान 48 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। सूरज की तपिश दोपहर दो बजे तक 48.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गई।
मौसम विज्ञानी प्रो. एचएस मिश्र के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बहुत बड़ा चक्रवात बन रहा है, जो जल्द ही मानसून उत्तर पूर्व की तरफ दस्तक दे सकता है। इससे लोकल हीटिंग बढ़ गई है। इसके अलावा अगले हफ्ते तक इस भू भाग में भी बारिश की पूरी संभावना बन रही है। इस बीच तापमान में और वृद्धि होने की संभावना है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. शैलेंद्र राय ने बताया कि 30 वर्ष में दूसरी बार इतना गर्म दिन देखा गया है। उनके मुताबिक 30 मई 1994 को प्रयागराज में अधिकतम तापमान 48.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। इसके बाद से अब अधिकतम तापमान 48.2 डिग्री सेल्सियस पहुंचा है।