तीन महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नौ सभाएं और रोड शो हुए। इस दौरान पीएम मोदी ने पूर्वांचल की माफिया पॉलिटिक्स पर निशाना साधा। प्रधानमंत्री ने मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद या फिर विजय मिश्र का नाम तो सीधे नहीं लिया, लेकिन सपा और कांग्रेस पर उसे संरक्षण देने के गंभीर आरोप लगाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन महीने में नौ जनसभा, सम्मेलन और रोड शो के जरिये पूर्वांचल का राजनीतिक, सामाजिक और जातीय समीकरण साधा है। माफिया पॉलिटिक्स पर ताबड़तोड़ वार किया। सातवें चरण के चुनाव प्रचार में हमले और तेज किए।
प्रधानमंत्री ने मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद या फिर विजय मिश्र का नाम तो सीधे नहीं लिया, लेकिन सपा और कांग्रेस पर उसे संरक्षण देने के गंभीर आरोप लगाए। यह भी कहा कि सपा के शहजादे यानी अखिलेश यादव माफिया के चरणों में जाकर बैठ गए।
गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर, मऊ, भदोही और मिर्जापुर की जनसभा में पीएम मोदी ने 70 बार माफियाराज का जिक्र किया और उन्हें संरक्षण देने वाले लोगों को घेरा। साथ ही कहा कि योगी सरकार ने माफियाराज का खात्मा कर दिया। अब यूपी में जंगलराज नहीं है। कानून का राज स्थापित है।
लोकसभा चुनाव घोषित होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली जनसभा 22 फरवरी को वाराणसी के करखियांव में की थी। इसमें विकास कार्य गिनाए और जनता से समर्थन मांगा। मार्च-अप्रैल तक पहले, दूसरे, तीसरे, चौथे और पांचवें चरण का चुनाव प्रचार चला।
.वाराणसी में 22 फरवरी को पीएम नरेंद्र मोदी की पहली जनसभा हुई थी। 13 मई को रोड शो किया। 18 मई को संपूर्णानंद संस्कृत विवि में नारी वंदन सम्मेलन को संबोधित किया था। इसमें भी यूपी की बेहतर कानून व्यवस्था और माफिया के घुटने टेकने का जिक्र किया था।
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