एक तरफ आयोग ने संशोधित कैलेंडर में पीसीएस-2024, सम्मिलित राज्य कृषि सेवा परीक्षा-2023, आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023, अपर निजी सचिव परीक्षा जैसी महत्वपूर्ण भर्तियों के लिए परीक्षाओं की तिथियां घोषित कर दी हैं।
इस बार लोकसभा चुनाव में भर्तियों और पेपर लीक का मुद्दा छाया रहा। यूपी में भाजपा को लगे तगड़े झटके के बाद अब बड़े पैमाने पर भर्तियां शुरू करने की तैयारियां की जा रहीं हैं। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने जहां वर्ष 2024 का संशोधित कैलेंडर जारी कर दिया है, वहीं उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग अगस्त के अंत या सितंबर की शुरुआत से लंबित पड़ी भर्तियां शुरू कराने जा रहा है।
एक तरफ आयोग ने संशोधित कैलेंडर में पीसीएस-2024, सम्मिलित राज्य कृषि सेवा परीक्षा-2023, आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023, अपर निजी सचिव परीक्षा जैसी महत्वपूर्ण भर्तियों के लिए परीक्षाओं की तिथियां घोषित कर दी हैं। वहीं, दूसरी ओर शिक्षा सेवा चयन आयोग ने अगस्त के अंत या सितंबर की शुरुआत में अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के 1017 पदों पर दो साल से लंबित पड़ी भर्ती के लिए परीक्षा कराने की तैयारी कर ली है।
इसके अलावा अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक (टीजीटी)/प्रवक्ता (पीजीटी) के 4163 पदों पर भी दो साल से भर्ती लंबित पड़ी है, जिसके लिए आवेदन की प्रक्रिया अगस्त-2022 में पूरी हो चुकी है। इस भर्ती के लिए 13 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन कर रखे हैं। असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा के बाद टीजीटी-पीजीटी परीक्षा कराने की योजना है। यह परीक्षा भी इसी साल कराने की तैयारी है। साथ ही प्राथमिक विद्यालयों में छह साल बाद शिक्षक भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने की तैयारी है।
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