Sunday, April 20, 2025
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Zakir Hussain: ‘सांस्कृतिक एकता के प्रतीक थे जाकिर हुसैन’, मशहूर तबला वादक के निधन पर पीएम मोदी ने जताया दुख

उस्ताद अल्ला रक्खा खां के पुत्र पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन का सोमवार सुबह अमेरिका में निधन हो गया। उस्ताद जाकिर हुसैन को पिछले सप्ताह अमेरिका के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उनके निधन के बाद पूरे देश और दुनिया में शोक की लहर है।

मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन के बाद पूरे देश और दुनिया में शोक की लहर है।तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख जताया। इसके अलावा महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने भी जाकिर हुसैन को श्रद्धांजलि दी है।

पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा कि महान तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन से बहुत दुख हुआ। उन्हें एक सच्चे प्रतिभाशाली व्यक्ति के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत की दुनिया में क्रांति ला दी। वे तबले को वैश्विक मंच पर भी लेकर आए और अपनी बेजोड़ लय से लाखों लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने भारतीय शास्त्रीय परंपराओं को वैश्विक संगीत के साथ सहजता से मिश्रित किया। इसलिए वे सांस्कृतिक एकता के प्रतीक थे। उनके प्रतिष्ठित प्रदर्शन और भावपूर्ण रचनाएं संगीतकारों और संगीत प्रेमियों की पीढ़ियों को प्रेरित करने में योगदान देंगी। उनके परिवार, दोस्तों और वैश्विक संगीत समुदाय के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं।

वहीं महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि उस्ताद जाकिर हुसैन का संगीत अमर रहेगा। देश ने अपने सबसे प्रिय और प्रतिष्ठित सांस्कृतिक प्रतीक को खो दिया है। राज्यपाल ने उनको महान उस्ताद अल्ला रक्खा का समर्पित शिष्य और पुत्र बताया। उन्होंने तबले को वैश्विक प्रसिद्धि दिलाई। राज्यपाल ने कहा कि असाधारण प्रदर्शन ने उन्हें शास्त्रीय शुद्धतावादियों और व्यापक दर्शकों के बीच लोकप्रिय बनाया। उन्होंने अपने गहन, चंचल और आकर्षक प्रदर्शन से सभी को मंत्रमुग्ध किया।

 

राज्यपाल राधाकृष्णन ने कहा कि उस्ताद जाकिर हुसैन को संगीतकारों की तीन पीढ़ियों के साथ प्रदर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। यह एक अमिट विरासत है। उनके जाने से संगीत की दुनिया में एक अद्वितीय शून्य पैदा हो गया है। उस्ताद ज़ाकिर हुसैन का संगीत अमर रहेगा। जो संगीतकारों की पीढ़ियों को कुछ नया करने और उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा। मैं उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।

 

पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा कि प्रसिद्ध तबला वादक पद्म भूषण उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन की खबर दिल दहलाने वाली है। जाकिर हुसैन भारत के सबसे मशहूर तबला वादक के रूप में जाने जाते थे। वे एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने तबले को विश्व पटल पर स्थापित किया। कला जगत के एक दिग्गज का आज निधन हो गया।

 

प्रियंका चतुर्वेदी ने दिग्गज तबला वादक को श्रद्धांजलि दी

राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने दिग्गज तबला वादक को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि ‘तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन के बिना संगीत की दुनिया अधूरी रह जाएगी। उनके परिवार, दोस्तों और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के प्रति हार्दिक संवेदना। मेरी प्रार्थनाएं, ओम शांति।’

 

दुनिया में शोक की लहर

ग्रैमी पुरस्कार विजेता संगीतकार रिकी केज ने हुसैन को उनकी अत्यंत विनम्रता, मिलनसार स्वभाव के लिए याद किया। केज ने कहा, ‘भारत के अब तक के सबसे महान संगीतकारों और व्यक्तित्वों में से एक। खुद को इस मुकाम तक पहुंचाने के साथ-साथ, जाकिर जी को कई संगीतकारों के करियर को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए जाना जाता था।’ अमेरिकी ड्रमर नैट स्मिथ ने कहा कि हुसैन जी आपने हमें जो भी संगीत दिया, उसके लिए धन्यवाद।

उस्ताद अल्ला रक्खा खां के पुत्र पद्म विभूषण उस्ताद जाकिर हुसैन का सोमवार सुबह अमेरिका में निधन हो गया। उस्ताद जाकिर हुसैन को पिछले सप्ताह अमेरिका के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। उन्हें रक्तचाप की समस्या थी।

 

Courtsy amarujala.com

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