कुलभास्कर आश्रम कृषि इण्टर कॉलेज की ओर से कायस्थ पाठशाला ट्रस्ट के अध्यक्ष व विद्यालय के प्रबन्धक डॉ सुशील कुमार सिन्हा, महामंत्री वीर कृष्ण श्रीवास्तव उपाध्यक्ष ( शिक्षा), योगेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, उपाध्यक्ष (प्रशासन), अखिलेश कुमार श्रीवास्तव (पूर्व प्रधानाचार्य) का आज विधालय परिसर में अभिनंदन किया गया। इस दौरान प्रबन्ध समिति के सदस्य गण राजेश श्रीवास्तव (ट्रेजरार), जवाहर श्रीवास्तव (अतिरिक्त सचिव), नीरज श्रीवास्तव, अखिलेश श्रीवास्तव, हरीश खरे, प्रदीप श्रीवास्तव (एडवोकेट), विनोद श्रीवास्तव, रंजीत , आशुतोष श्रीवास्तव, अनिल , आशीष श्रीवास्तव,अनुभव श्रीवास्तव व अश्वनी का विद्यालय में अभिनन्दन किया गया। अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों का विद्यालय में स्वागत करते हुए प्रधानाचार्य डॉ प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि “कुलभास्कर आश्रम कृषि इण्टर कॉलेज न केवल प्रदेश का अपितु देश का एक मात्र अग्रणी कृषि कॉलेज है जिसका इतिहास रहा है जिसमें पूर्वोत्तर से लेकर दक्षिण भारत सहित अन्य देर्शा के छात्र भी अध्ययन करने के लिए आते रहे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में विद्यालय में इन्फ्रास्ट्रक्चर का अभाव है जिसके लिए विद्यालय परिवार आप पर दृष्टिगत है, उम्मीद रखता है आपके नेतृत्व में विद्यालय अपनी खोयी हुई प्रतिष्ठा प्राप्त करेगा। केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ सुशील कुमार सिन्हा ने शत प्रतिशत परीक्षा परिणाम के लिए प्रधानाचार्य एवं सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि यह सही है कि विद्यालय में आवश्यक सुविधाओं का अभाव है लेकिन हम आपको पूर्ण आश्वस्त करते है कि एक साल में विद्यालय में आमूलचूल परिवर्तन दिखने लगेगा। अध्यक्ष ने विद्यालय के रेड बिल्डिंग के रेनोवेशन, कृषि फार्म की बाउंड्री, एमजी रोड से ग्राउंड होते हुए रास्ते का निर्माण, शिक्षण कक्ष के बरामदे सहित अन्य आवश्यकताओं की एक कार्ययोजना प्रधानाचार्य से 10 दिन में प्रस्तुत करने को कहा और निर्देश दिया कि यह कार्य अतिशीघ्र प्रारम्भ हो जाये जिससे आगामी सत्र में विद्यालय एक नए रूप में दिखाई दे। उपाध्यक्ष (शिक्षा) योगेन्द्र श्रीवास्तव व उपाध्यक्ष (प्रशासन) अखिलेश श्रीवास्तव ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। इसके पूर्व केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों का माल्यार्पण, स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्रम से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालय खेल प्रवक्ता डॉ बृजेश खरे एवं आभार ज्ञापन वरिष्ठ प्रवक्ता राकेश तिवारी ने किया ।
Anveshi India Bureau