शव को सड़क पर रखकर धरने पर बैठे ग्रामीणों को समझाने में डीएम और एसपी को पसीने छूट गए। मौके पर ग्रामीणों को समझाने पहुंचे डीएम और एसपी से आक्रोशित परिजनों ने कहा कि योगी बाबा का बुलडोजर अब कहां है। जब तक आरोपियों के घर को बुलडोजर से नहींं ढहाया जाता तब तब वह शव को पुलिस को छूने नहीं देंगे।
जेठवारा थाना क्षेत्र के सोनपुर गांव में मौलाना फारूक अहमद की हत्या के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट गया। मामले दो समयुदायों का होने के कारण स्थिति और भयावह हो गई। मौके पर प्रतापगढ़ के सभी थानों की पुलिस के साथ ही प्रयागराज, फतेहपुर और कौशाम्बी सहित आसपास के कई जनपदों की फोर्स मौके पर बुला ली गई। ग्रामीणों ने आरोपियों के घर पर धावा बोल दिया, जिन्हें काबू में करने के लिए पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी।
शव को सड़क पर रखकर धरने पर बैठे ग्रामीणों को समझाने में डीएम और एसपी को पसीने छूट गए। मौके पर ग्रामीणों को समझाने पहुंचे डीएम और एसपी से आक्रोशित परिजनों ने कहा कि योगी बाबा का बुलडोजर अब कहां है। जब तक आरोपियों के घर को बुलडोजर से नहींं ढहाया जाता तब तब वह शव को पुलिस को छूने नहीं देंगे। इसको लेकर काफी देर तक तनाव की स्थिति बनी रही। परिजन और ग्रामीण आरोपियों के घर को ढहाने की मांग पर अड़े रहे।
एसपी के आश्वासन पर माने परिजन