आज विद्युत लॉबी प्रयागराज के लोको पायलट क्लास-रूम में संरक्षा-ट्रेनिंग एवं फायर फाइटिंग का आयोजन किया गया,जिसमे रेलवे के विभिन्न विभागों के 40 कर्मचारियों ने भाग लिया। संरक्षा-ट्रेनिंग के बाद सभी कर्मचारियों को फायर फाइटिंग भी कराया गया। संरक्षा-ट्रेनिंग से सम्बंधित निम्न विषयो पर चर्चा किया गया। आग क्या है तथा कितने प्रकार की होती है,तथा लगने का क्या कारण होता है। आग एक रासायनिक प्रतिक्रिया है जो ऑक्सीजन,हीट और ईन्धन के मिलने एवं उसमे होने वाली लागातार प्रतिक्रिया से उत्त्पन्न हो जाती है।आग बुझाने के लिये किसी एक सप्लाई को कट कर देते हैं,जिससे आग बुझ जाती है।जैसे ऑक्सीजन को रोकना Smothering Method कहते है,ईन्धन को हटाकर या कम करके आग बुझाते हैं उसे Starvation Method कहते हैं,इसी तरह हम आग पर पानी डालकर बुझाते हैं उसे CoolingMethod कहते हैं। आग के प्रकार जैसे ठोस, गैस,तरल, धात्विक पदार्थो एवं बिजली से लगने वाली आग को बुझाने के लिये अलग-अलग अग्निशामक यन्त्रो का प्रयोग करना। अग्निशामक यन्त्र कितने तरह के होते हैं,तथा उसका प्रयोग कैसे करते हैं।स्टेशन परिसर में ड्यूटी के दौरान आग लगने पर R-3 Base (1)Responce (2)Rescue और(3)Relief के अनुसार तुरन्त साइट पर पहुचना,बचाव का कार्य करना तथा आग भी बुझाना चाहिये। रेलवे में हमारा उद्देश्य संरक्षा(स्वयं की रक्षा),सुरक्षा(रेल यात्रियों की रक्षा),समय-पालन और जीरो लॉस होना चाहिये।
फायर और सेफ्टी ट्रेनिंग फ़ॉर मेला 2025 के दौरान संरक्षा सलाहकार श्री चन्द्रिका प्रसाद तथा संरक्षा-सलाहकार श्री सुनील चौहान ने उपरोक्त बिषयो पर संरक्षा-क्लास, प्रश्नोत्तरी के माध्यम से विस्तार से समझाया तथा विभिन्न प्रकार के अग्निशामक यन्त्रो की फायर फाइटिंग भी कराया गया।
फायर और सेफ्टी ट्रेनिंग के दौरान मुख्य लोको निरीक्षक-उदय किशोर,वरि क्रू नियंत्रक एस.के.शर्मा,स्टेशन-अधीक्षक दिलीप ठाकुर,यातायात निरीक्षक संतोष कुमार त्रिपाठी हरिश्चन्द यादव,एस.एस.ई./लोको एस.के.सिंह रज़ा हैदर शुभम जैसवाल तथा गार्ड काउंसलर प्रयागराज भी उपस्थित थे।
Anveshi India Bureau