वरिष्ठ शिक्षक नेता डा हरिप्रकाश यादव ने प्रदेश की राज्यपाल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से आज मांग किया है कि
राजकीय महाविद्यालयों के प्रवक्ताओं के तबादले में अफसरों ने जमकर खेल किया है इसलिए इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाकर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये।
उन्होंने कहा कि तबादले के दौरान स्थिति इतनी खराब थी कि शासन के निर्देशों को भी नजरंदाज कर दिया गया। 25 जून को प्रवक्ताओं के तबादले की अलग-अलग दो सूची में 148 तबादले हुए और तबादलों की तीसरी सूची चार दिन बाद 29 जून को फिर से 73 प्रवक्ताओं का तबादला हुआ लेकिन इस तबादला सूची में तीन दर्जन ऐसे प्रवक्ताओं के तबादले किए गए हैं जो पहली सूची में हुए थे उनका मनमाना तबादला फिर से कर दिया गया है। तबादले के इस खेल के पीछे उच्च शिक्षा निदेशक कार्यालय प्रयागराज का हाथ था जिसमें पैसे लेकर मनमाने तबादले किए गए।
वरिष्ठ शिक्षक नेता डा हरिप्रकाश यादव ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से प्रवक्ताओं के तबादले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि अफसरों ने प्रवक्ताओं के जरूरी तबादले को उद्योग धंधा बना लिया है और उनसे धड़ल्ले से वसूली की जा रही है।
उच्च शिक्षा अनुभाग -5 के विशेष सचिव गिरिजेश कुमार त्यागी है। उन्होंने 25 जून को राजकीय महाविद्यालयों के प्रवक्ताओं के तबादले की दो सूची जारी किया। पहली तबादला सूची में 88 प्रवक्ता और दूसरी सूची में 60 प्रवक्ताओं का तबादला हुआ। ठीक चार दिन बाद उच्च शिक्षा अनुभाग -5 के विशेष सचिव गिरिजेश कुमार त्यागी की ओर प्रवक्ताओं के तबादले की तीसरी सूची जारी हुई जिसमें 73 प्रवक्ताओं का फिर से तबादला होता है जिनका नाम चार दिन पहले हुए तबादला सूची में था।
वरिष्ठ शिक्षक नेता डा हरिप्रकाश यादव ने कहा कि राजकीय महाविद्यालयों के जिन तीन दर्जन प्रवक्ताओं का दूसरी तबादला बार सूची में नाम था उनमें राजकीय महाविद्यालय बक्शाखेडा उन्नाव की असिस्टेंट प्रोफेसर वनस्पति विज्ञान डा दीप्ति अग्रवाल, अवंती बाई राजकीय महाविद्यालय बरेली की असिस्टेंट प्रोफेसर अर्थशास्त्र डा नेहा गुप्ता, राजकीय महाविद्यालय सिरसागंज फिरोजाबाद की असिस्टेंट प्रोफेसर शारीरिक शिक्षा डा रेनू दास, राजकीय महाविद्यालय कुचलाई सीतापुर की असिस्टेंट प्रोफेसर भौतिक विज्ञान डा नीतू सिंह, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ऊंचाहार रायबरेली के असिस्टेंट प्रोफेसर भौतिक विज्ञान डा असलम, महाराजा बिजली पासी राजकीय महाविद्यालय आशियाना लखनऊ के असिस्टेंट प्रोफेसर संस्कृत डा रितु शुक्ला, कु मायावती राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बादलपुर गौतमबुद्ध नगर के असिस्टेंट प्रोफेसर शारीरिक शिक्षा डा सत्येन्द्र कुमार, महाराजा बिजली पासी राजकीय महाविद्यालय आशियाना लखनऊ के असिस्टेंट प्रोफेसर हिन्दी डा देवर्षि कुमार मिश्रा और महामाया राजकीय महाविद्यालय महोना लखनऊ के असिस्टेंट प्रोफेसर समाज शास्त्र डा विनय कुमार सिंह है ।
वरिष्ठ शिक्षक नेता डा हरिप्रकाश यादव ने कहा कि जिन प्रवक्ताओं का दूसरे तबादला सूची में नाम था उनमें राजकीय महाविद्यालय डीएलडब्ल्यू वाराणसी के असिस्टेंट प्रोफेसर समाज शास्त्र डा गोमतेश्वर पाल, राजकीय महाविद्यालय मांट, मथुरा के असिस्टेंट प्रोफेसर शिक्षा शास्त्र के डा सत्येन्द्र सिंह, राजकीय महाविद्यालय जलेसर, एटा के असिस्टेंट प्रोफेसर रसायन विज्ञान डा नज़म उल रफी और राजकीय महाविद्यालय सिरसागंज फिरोजाबाद के असिस्टेंट प्रोफेसर शारीरिक शिक्षा डा संजीव कुमार सहित अन्य प्रवक्ता है जिनका चार दिन के फिर से तबादला मनमाने राजकीय महाविद्यालय में हुआ है जबकि तीन दर्जन से अधिक प्रवक्ता तबादले के लिए उच्च शिक्षा निदेशालय प्रयागराज का चक्कर लगा रहे है लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
वरिष्ठ शिक्षक नेता डा हरिप्रकाश यादव ने आरोप लगाया है कि मनमाने तबादले के खेल में उच्च शिक्षा निदेशालय प्रयागराज के अफसरों और बाबुओं का हाथ है जो तबादले के लिए प्रवक्ताओं से जमकर अवैध वसूली करते हैं और आपस में बंदरबांट करते हैं। इनमें उच्च शिक्षा निदेशक डा अमित भारद्वाज, उच्च शिक्षा के सहायक निदेशक डा बीएल शर्मा और विभाग के माननीय के राइट हैंड भी खेल में शामिल हैं। वरिष्ठ शिक्षक नेता डा हरिप्रकाश यादव ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से उच्च शिक्षा में प्रवक्ताओं के मनमाने तबादले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है जिससे कि सच्चाई सामने आ सके और गड़बड़ी करने वाले अफसरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके।
Anveshi India Bureau