पैरामेडिकल की पढ़ाई के नाम पर सैकड़ों से मोटी फीस वसूलने का मामला सामने आया है। प्रतापगढ़ के तीन थानों में आठ लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। डीफार्मा-बीफार्मा समेत डिप्लोमा की पढ़ाई के लिए फीस वसूली गई। स्कूल को रिसॉर्ट बना दिया गया।
प्रतापगढ़ के गेटवे कॉलेज ऑफ फार्मेसी एंड मेडिकल कॉलेज में फेल छात्रों को पास कराने और कम फीस में डीफार्मा, बीफार्मा समेत विभिन्न पाठ्यक्रमों की डिग्री देने का झांसा देने वाले संचालक को पुलिस ने जेल भेज दिया। आरोपी ने करीब तीन सौ विद्यार्थियों से लाखों रुपये वसूले थे। बाद में कॉलेज को रिसॉर्ट में तब्दील कर दिया।
पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने शनिवार को बताया कि करीब सात साल से तीन सौ छात्रों को विभिन्न कोर्स कराने के दौरान कूटरचित दस्तावेजों पर फर्जी डिग्रियां संस्था के नाम से दी गईं। जब छात्रों को धोखाधड़ी का पता चला तो विरोध किया। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन से जुड़े लोगों ने मारपीट की थी।
पीड़ित छात्रों की शिकायत पर संग्रामगढ़, महेशगंज व मानिकपुर थानों में संचालक संग्रामगढ़ के लोकैयापुर मनगढ़ निवासी आशीष कुमार यादव समेत आठ लोगों पर मुकदमा दर्ज कर सीओ लालगंज रामसूरत सोनकर को जांच सौंपी गई। जांच के दौरान मेडिकल कॉलेज बताई जा रही जगह पर रिसॉर्ट मिला।
जहां पहले स्कूल चलता था। संचालक आशीष कुमार यादव के पास से चार मोबाइल, फर्जी आईकार्ड, सिंघानिया यूनिवर्सिटी की मोहर, चेकबुक, क्यूआर कोड और फर्जी मार्कशीट समेत अन्य कई दस्तावेज बरामद किए गए।