प्रयागराज। जनपद प्रयागराज के सिविल लाइंस स्थित एक स्थानीय होटल में इंटैक प्रयागराज चैप्टर के तत्वावधान में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की शुरुआत इंटैक प्रयागराज के संयोजक शंभू चोपड़ा द्वारा सभी प्रतिभागियों को मुख्य वक्ता प्रोफेसर अर्चना सिंह से परिचय कराने से हुई। इसके बाद संगोष्ठी की औपचारिक कार्यवाही शुरू हुई।
अपने भाषण में प्रोफेसर अर्चना सिंह ने गिरमिटिया मजदूरों की दुर्दशा पर प्रकाश डाला, विशेषकर उत्तर प्रदेश और बिहार की उन महिलाओं पर जिन्होंने फिजी, न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रेलिया आदि स्थानों की ओर प्रवास किया। उन्होंने उन महिलाओं की समस्याओं, उनके प्रवासन के कारणों और उनकी यात्रा के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने यह भी बताया कि आज भी फिजी में भारतीय महिला मजदूरों ने अपनी परंपराओं को संरक्षित रखा है, जहां ज्यादातर लोग शुद्ध भोजपुरी बोलते हैं और पुराने उत्तर प्रदेश और बिहार जैसी ही खान-पान की आदतों को बनाए हुए हैं।बाद में उपस्थित लोगों ने उनसे कई सवाल पूछे, जिनके उत्तर उन्होंने समुचित रूप से दिए। इस कार्यक्रम में उपस्थित लोगों में प्रोफेसर गीतिका, प्रोफेसर संजय सक्सेना, प्रोफेसर रितु जयसवाल, सुप्रतीक घोष, निलेश नारायण, पराग भार्गव, अरविंद श्रीवास्तव, आदर्श मालवीय, अनिरुद्ध अवस्थी, गरिमा, अंजलि, श्रीमती उत्तोरा रत्न, सारांश श्रीवास्तव, पंकज अग्रवाल, सुश्री पूजा गुप्ता और इंटैक के सह-संयोजक अनुपम परिहार शामिल थे।
Anveshi India Bureau