के पी ट्रस्ट के अध्यक्षीय चुनाव का विवाद थमने का नाम नही ले रहा है नित प्रतिदिन नए नए तथ्य सामने आ रहे है इसी प्रकरण को लेकर आज के पी ट्रस्ट के पूवॅ अध्यक्ष चौधरी जितेद्रं नाथ सिंह पूवॅ अध्यक्ष चौधरी राधवेद्रं नाथ सिंह ने स्थानीय होटल प्रयाग इन मे प्रेस वाताॅ कर वतॅमान अध्यक्ष डाॅ सुशील कुमार सिन्हा पर जम कर आरोप लगाए । श्री सिंह ने कहाँ कि वतॅमान अध्यक्ष डाॅ0 सुशील कुमार सिन्हा लगातार मनमानी तथा आलोकतांत्रिक कायॅ करने का जम कर आरोप लगाया । पुवॅ अध्यक्ष चौधरी जितेद्रं नाथ सिंह ने कहाँ कि 148 मतपत्र जो कायॅकारिणी के प्रत्याशियो के बैलेट बाॅक्स मे प्राप्त हुए थे । 148 न्यासधारियो दूारा उनके मताधिकारी व निणॅय को जाने बिना चुनाव परिणाम घोषित करना मतदाताओ के संवैधानिक अधिकारो का हनन है उनके इसी निणॅय की गणना कराने के लिए के पी ट्रस्ट की आम सभा दूारा चुनाव अधिकरण के समक्ष जनवरी 2024 मे एक चुनाव याचिका दाखिल की थी जिसके विरूद अवैध रूप से विजयी घोषित अध्यक्ष डाॅ 0सुशील कुमार सिन्हा नियमावली के नियमो मे कतिपय गलत मुद्रण के आधार पर याचिका की पोषणीयता पर प्रतिवाद करने लगे जिसे अन्तत: निशिचत रूप से सुनवायी के बाद तीन सदस्यीय चुनाव अधिकरण जिसमे ( न्यायमूतिॅ विपिन सिन्हा इलाहाबाद हाई कोटॅ अवकाश प्राप्त अमर सिन्हा तथा अजय गोविन्द लाल अवकाश प्राप्त जिला जज )ने अपने विस्तृत आदेश 21/3/24 को अस्वीकार करते हुए उन्हे अंतिम अवसर 30/3/24 तक प्रतिवाद दाखिल करने का दिया और सुनवाई6/4/24 की तिथि निधाॅरित की । श्री सिंह ने कहाँ कि जब से यह के पी ट्रस्ट का प्रबन्धन सम्भाले है तब से हर कायॅ मे ट्रस्ट नियमावली का लगातार उल्लंघन कर रहे है ।डाॅ सिन्हा की अगुवाई मे वतॅमान प्रबंधतंत्र ने सोसायटी रजिट्रेशन अधिनियम की धारा 25(1) के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए चुनाव अधिकरण के गठन पर प्रशनचिन्ह लगा दिया उनके महामंत्री ने सोसायटी रजिस्टार से अधिकरण की कायॅवाही पर रोक लगाने का निवेदन किया जिसके बाद सोसायटी रजिस्टार ने 21माचॅ 24 को आदेशित किया कि सोसायटी रजिस्टेशन अधिनियम की धारा 25(1) का उल्लंघन कर अधिकरण दूारा की गयी सुनवाई प्रभावहीन मानी जाएगी ।श्री सिंह ने कहाँ कि 28/2/24 को अधिसूचित गवनिॅंग कौंसिल की सभा जो 31/3/24 को सम्पन हुई उसमे बिना किसी विशिष्ट विचारणीय विषय के दो लोगो सुनील दत्त कौटिल्य तथा कुलदीप नारायण श्रीवास्तव को अवैध रुप से निष्कासित करने के साथ ही चुनाव अधिकरण मे सुनवाई से घबरा कर सुनवाई पूवॅ ही चुनाव अधिकरण को भी भंग कर दिया । के पी ट्रस्ट की नियमावली के नियम 17 मे सदस्यफा समाप्त की कायॅपदफि दजॅ है परन्तु इन दोनो लोगो के सदस्यता समाप्त करने मे नियमो की घोर अवहेलना करते हुए सदस्यता समाप्त की कायॅवाही की गयी । श्री सिंह ने कहा कि वतॅमान प्रबन्धतंत्र से सभी शिक्षण संस्थानो के अध्यापक व कमॅचारी निरंतर आहत हो रहे है यहाॅ तक कि सी एम पी डिग्री कालेज के नियमानुसार नियुक्त प्राचायॅ को त्यागपत्र देने के लिए विवश किया गया । कायॅकारिणी की बैठक मे जो सदस्य प्रबन्धतंत्र के मनमानीपूणॅ रवैये का विरोध करते है तो उसे कायॅवृत्त मे स्थान भी नही दिया जाता ट्रस्ट के अध्यक्ष नियम के अनुसार अपने अधिकारो का हस्तांतरण कायॅकारिणी के किसी सदस्य को ही कर सकता है परन्तु वतॅमान अध्यक्ष ने गैर कायॅकारिणी सदस्य को अपमा अधिकार हस्तांतरित किए है । वतॅमान अध्यक्ष अलोकतांत्रिक तथा नियम बिरूद लगातार कायॅ कर रहे है जो ट्रस्ट तथा कायस्थो के हित मे नही है ।
Anveshi India Bureau