इस बार सावन सोमवार 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। प्रयागराज से रोजाना काफी संख्या में कांवड़िये जल भरकर वाराणसी के लिए पैदल प्रस्थान करेंगे। इसकी वजह से जीटी रोड की एक लेन सावनभर कांवड़ियों के लिए आरक्षित रहेगी।
सावनभर शास्त्री पुल की एक लेन कांवड़ियों के लिए रिजर्व होने से प्रयागराज से वाराणसी और गोरखपुर जाने वाली बसें थरवई के रास्ते चलेंगी। इस वजह से प्रयागराज से वाराणसी की दूरी 18 तो गोरखपुर की दूरी नौ किमी बढ़ जाएगी। इस दौरान वाराणसी 27 तो गोरखपुर जाने के लिए यात्रियों को 15 रुपये अतिरिक्त देने पड़ेंगे।
इस बार सावन सोमवार 22 जुलाई से शुरू हो रहा है। प्रयागराज से रोजाना काफी संख्या में कांवड़िये जल भरकर वाराणसी के लिए पैदल प्रस्थान करेंगे। इसकी वजह से जीटी रोड की एक लेन सावनभर कांवड़ियों के लिए आरक्षित रहेगी। यात्रा शुरू होने के साथ ही यूपी रोडवेज की प्रयागराज से वाराणसी और गोरखपुर जाने वाली बसों का रूट बदला जा रहा है। प्रयागराज से वाराणसी और गोरखपुर रूट पर चलने वाली बसें बदले हुए मार्ग से चलेंगी। इन दोनों रूटों पर रोडवेज बसों का किराया और दूरी बढ़ जाएगी।
वाराणसी जाने वाली बसें सिविल लाइंस से फाफामऊ, थरवई, सहसों हाईवे से जीटी रोड हंडिया के रास्ते जाएंगी। वहीं, गोरखपुर रूट की बसें फाफामऊ से बादशाहपुर होते हुए गोरखपुर जाएगी। इस वजह से वाराणसी रूट की दूरी 18 किमी.बढ़ जाएगी और यात्रियों को 27 रुपये अतिरिक्त किराया चुकाने होंगे। गोरखपुर रूट की नौ किमी.दूरी बढ़ जाएगी। करीब 15 रुपये यात्रियों को अतिरिक्त चुकाने होंगे।
जौनपुर की भी दूरी नौ किमी बढ़ने से वहां का किराया 15 रुपये बढ़ जाएगा। यूपी रोडवेज प्रयागराज रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक एमके त्रिवेदी का कहना है कि अभी रूट डायवर्जन का पत्र नहीं आया है। जैसे ही पत्र आएगा, उसके अनुसार बसों का संचालन होगा और किलोमीटर के हिसाब से किराया बसों का बढ़ेगा।
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